lok devta biggaji maharaj लोक देवता वीर बिग्गाजी महाराज का संपूर्ण जीवन गौ-रक्षा और गौ-संवर्धन में बीता । जाखड़ समाज के लोक देवता वीर बिग्गाजी का जन्म बीकानेर के एक जाट परिवार में हुआ । इनके पिता का नाम राव मोहन तथा माता का नाम सुल्तानी था । इन्होंने मुस्लिम लुटेरों से गायें छुड़ातें हुए प्राणों का बलिदान दिया । इनका मेला 14 अक्टूबर को प्रतिवर्ष बीकानेर में लगता है ।
वीर बिग्गाजी महाराज का मंदिर
लोक देवता वीर बिग्गाजी का मंदिर 13 साल में बनकर पूरा हो गया है । यह मंदिर दक्षिण भारतीय शैली में बना हुआ है । इस मंदिर के निर्माण में बंशी पहाड़पुर के लाल पत्थर का उपयोग किया गया है । ऐसे पत्थर का उपयोग अयोध्या में बन रहे राम मंदिर और दिल्ली में बने लाल किले में किया गया है ।
बिग्गाजी महाराज का इतिहास
lok devta biggaji maharaj वीर बिग्गाजी महाराज को राजस्थान के गौ-रक्षक देवता के रूप में जाना जाता है । इनका जन्म 1358 ईस्वी में राव मोहन और सुल्तानी देवी की यहां हुआ था । इनका जन्म स्थान वर्तमान में बीकानेर में स्थित है । बिग्गाजी महाराज बचपन से वीर और धनुष विद्या में निपुण थे ।
lok devta biggaji maharaj वीर बिग्गाजी का मेला
गांव बिग्गा के नेशनल हाईवे से उत्तर दिशा में 2 किलोमीटर दूर बना धड़ देवली धाम बिग्गा में लोक देवता वीर बिग्गाजी महाराज का चैत्र माह में भरने वाला मेला आज 20 अप्रैल 2024, शनिवार से शुरू होगा । शनिवार को जागरण और रविवार को मेला भरा जाएगा ।
मेले में हरियाणा, जैसलमेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, पाली, जालौर तथा जोधपुर आदि जिलों से जाखड़ समाज के लोग बिग्गाजी महाराज मंदिर पर पहुंचकर धोक लगाएंगे । मंदिर को रंग-बिरंगे रोशनी से सजाया गया है । दूर दराज से आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए नि:शुल्क भंडारा प्रसाद वितरण किया जाएगा । धड़ देवली धाम बिग्गा में मानव सेवा संस्थान के कार्यकर्ता तैयारियों में लगे हुए हैं ।
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