Ropeway in Rajasthan : राजस्थान में स्थित रोपवे

Ropeway in Rajasthan : राजस्थान में स्थित रोपवे, आज के आर्टिकल में हम राजस्थान में स्थित रोपवे के बारे में जानेंगे । आज का हमारा यह आर्टिकल RPSC, Patwari, PTET, Rajasthan Police, LDC, RAS, REET, Lab Assistant आदि प्रतियोगी परीक्षाओं की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है, राजस्थान में रोपवे से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी नीचे दी गई है ।

Ropeway

Ropeway in Rajasthan, पहले ऊंची नीची पहाड़ी जगहों, बड़े-बड़े कल कारखानों आदि में एक स्थान से दूसरे स्थान तक सामान पहुंचाने यात्री परिवहन के आने जाने के लिए बड़े-बड़े खंभों में रस्सी बांधकर बनाया गया मार्ग रोपवे कहलाता है । वर्तमान में राजस्थान में चार रोपवे स्थित है ।

Ropeway in Rajasthan
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आज के रोपवे आधुनिक हो गए हैं और आरामदायक भी है, इनमें एक अंतहीन हवाई केबल जो एक स्थिर इंजन या इलेक्ट्रिक मोटर द्वारा घुमाई जाती है, और इसका उपयोग माल या यात्री परिवहन के लिए किया जाता है । रोपवे लोगों के लिए आकर्षण और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार प्रदान करता है, दर्शन के लिए भक्तों को ऊंची पहाड़ी वाले मार्ग पर घंटों नहीं चलना पड़ता है ।

वर्तमान में राजस्थान में चार रोप वे है, Ropeway in Rajasthan (१) सुंधामाता जालौर – लंबाई 800 मीटर, (२) मंशापूर्ण करणीमाता उदयपुर – लंबाई 387 मीटर (३) सावित्री माता पुष्कर – लंबाई 700 मीटर (४) सामोद वीर हनुमान मंदिर चोमू (जयपुर) – लंबाई 400 मीटर । रोपवे से विदेशी पर्यटकों को भी आने जाने में सुविधा मिलती है ओर यह उनकी पर्यटन में रुचि को बढ़ाते है ।

Ropeway in Rajasthan : पहला रोपवे

Ropeway in Rajasthan, सुंधा (सुंडा) पर्वत भीनमाल (जालौर) जिले में चामुंडा देवी का प्रसिद्ध मंदिर है, जहां राजस्थान का प्रथम रोपवे स्थिति है, जो कि 20 दिसंबर 2006 को प्रारंभ किया गया, यह रोपवे सुंधा माता मंदिर के लिए शुरू किया गया है, सुंधा माता मंदिर लगभग 800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है । सुंधा माता का मंदिर लगभग 900 वर्ष के करीब पुराना है, जो ऊची पहाड़ी पर बसा हुआ है इसमें मां सुंधा की मूर्ति स्थापित है ।

Ropeway in Rajasthan : दूसरा रोपवे

Ropeway in Rajasthan, मंशापूर्ण करणीमाता उदयपुर – लंबाई 387 मीटर । राजस्थान का दूसरा रोपवे मंशापूर्ण करणीमाता मंदिर उदयपुर जिले में पिछोला झील के पास बनाया गया है, मंशापूर्ण करणीमाता मंदिर उदयपुर शहर का प्रसिद्ध मंदिर है, मंशापूर्ण करणीमाता मंदिर के लिए रोपवे की शुरुआत 2008 में की गई थी ।

Ropeway in Rajasthan : तीसरा रोपवे

Ropeway in Rajasthan, सावित्री माता पुष्कर – लंबाई 700 मीटर । राजस्थान का तीसरा रोपवे सावित्री माता पुष्कर अजमेर जिले में बनाया गया है, जिसकी लंबाई 700 मीटर है । यह राज्य का दूसरा बड़ा रोपवे संचालित है । यह अजमेर से कुछ ही दूरी पर पुष्कर में स्थित है । यह रोपवे पुष्कर में स्थित ब्रह्माजी के मंदिर से कुछ ही दूरी पर स्थित है ।

Ropeway in Rajasthan : चोथा रोपवे

राजस्थान का चोंथा रोपवे सामोद वीर हनुमान मंदिर चोमू (जयपुर) जिले में बनाया गया है, जिसकी लंबाई 400 मीटर है । सामोद वीर हनुमान मंदिर रोपवे राजस्थान का चोंथा रोपवे संचालित किया गया । रोपवे से विदेशी पर्यटकों को भी आने जाने में सुविधा मिलेगी । इससे पर्यटन व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा ।

Ropeway in Rajasthan – FAQ

राजस्थान में कुल कितने रोपवे हैं ?
राजस्थान में कुल चार रोपवे है ।
राजस्थान का प्रथम रोपवे किस जिले में है ?
राजस्थान का प्रथम रोपवे जालोर जिले में है ।
राजस्थान का दूसरा रोपवे कौन सा है ?
राजस्थान का दूसरा रोपवे मंशापूर्ण करणीमाता उदयपुर है ।

Ropeway in Rajasthan – Important Links

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